मंजिल मिल गयी है तुम को, अपनी मंजिल की राह पे हम भी हैं
मंजिलों से आगे कारवां और भी हैं
की थी जो शुरुआत तुम ने, अंजाम की तलाश में हम भी हैं
इस कहानी से आगे किस्से और भी हैं
थोड़े तन्हा तुम हो, थोड़ी तन्हाई के नशे में हम भी हैं
तन्हाईओं से आगे मुलाकातें और भी हैं
नींद ना आई तुम को, जागे हुए से हम भी हैं
सपनों से आगे सवेरे और भी हैं
मंजिलों से आगे कारवां और भी हैं
की थी जो शुरुआत तुम ने, अंजाम की तलाश में हम भी हैं
इस कहानी से आगे किस्से और भी हैं
थोड़े तन्हा तुम हो, थोड़ी तन्हाई के नशे में हम भी हैं
तन्हाईओं से आगे मुलाकातें और भी हैं
नींद ना आई तुम को, जागे हुए से हम भी हैं
सपनों से आगे सवेरे और भी हैं
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